खमीरा

यीस्ट निर्मित यह स्थानीय रोटी है, इसे कढ़ी या राज़मा के साथ खाया जाता है। यह स्वादिष्ट होता है और स्थानीय लोग इसे बहुत पसन्द करते हैं।

खमीरा

मद्रा

मसाले युक्त दही से युक्त मद्रा राज़मा या उड़द की दाल कोभिगोकर बनाया जाता है जिसे हींग, जीरा, दालचीनी, लौंग, बड़ी इलायची, धनिया तथाहल्दी आदि मसालों से सुगन्धित और स्वादिष्ट बनाया जाता है। चावल के साथ परोसने परयह अत्यन्त स्वादिष्ट लगता है।

मद्रा

ओरिया

इसे कद्दू तथा सरसों के सॉस से तैयार किया जाता है और यह सुपाच्य होता है। कभी-कभी स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें आलू भी मिला दिया जाता है।

ओरिया

खट्टा मांस

यह इस क्षेत्र का प्रसिद्ध मेमना करी है, इसे सूखे आमचूर या इमली अथवा सूखे अनारदाने से तैयार किया जाता है जिसमें चलते चारकोल के धुएँ से सुगन्धित बनाया जाता है और फिर इसे सरसों के तेल में भिगो दिया जाता है। भारतीय मसालों से निर्मित यह करी सुपाच्य होती है।

खट्टा मांस

कलारी

कलारी या कलाड़ी को जम्मू का मोज़्रेल्ला भी कहा जाता है। भैंस या गाय के दूध से बनी यह पनीर विश्व में अद्वितीय है। इसका मूल स्थान ऊधमपुर ज़िला है और यह प्रामाणिक डोगरा भोजन है जिसमें चीज को उसी के तेल में तला जाता है। इसका बाहरी भाग कुरकुरा और सोने के रंग का होता है और भीतरी भाग मुलायम तथा चिपचिपा होता है। यह अत्यन्त स्वादिष्ट होता है।

कलारी

राज़मा

इस क्षेत्र का आदर्श सुविधाजनक भोजन राज़मा जब चावल के साथ परोसा जाता है तो अत्यन्त स्वादिष्ट लगता है। रात भर पानी में भिगोकर इसे परम्परागत मसालों के साथ पकाया जाता है। यह भोज्य पदार्थ उत्तर भारतीय व्यंजनों का महत्त्वपूर्ण अंग है।

राज़मा