गोवा कार्निवल

गोवा में यह उत्सव तीन दिनों तक मनाया जाता है। यह उत्सव फ्लोट्स, संगीत, नृत्य और रोमांच से भरपूर होता है। विशेष रूप से किंग मोमो की देखरेख में होने वाला यह कार्निवाल प्रतिवर्ष हजारों पर्यटकों को आकर्षित करता है। लेंट से ठीक पहले होने वाले इस उत्सव में तीन दिन तक गाने, नृत्य, भोज और मौज मस्ती होती है। राजा और उनका दल "फैट सैटरडे" यानी कार्निवल की पूर्व संध्या पर इस कार्निवल को हरी झंडी दिखाते हैं, इसमें रंगीन झांकियों की परेड होती है और विचित्र वेशभूषा और मुखौटे पहने लोग समूह में लोकगीत गाते हुए सड़कों पर नाचते हुए निकलते हैं।नदी में पोतविहारपणजी मांडवी नदी के किनारे स्थित है, जहां विभिन्न अवधियों की मनोरंजक नदी यात्राएं उपलब्ध हैं। ये सभी यात्राएं मांडवी पुल के पास सांता मोनिका घाट से आरंभ होती हैं। गोवा पर्यटन विकास निगम, नदी की एक घंटे की यात्रा उपलब्ध कराता है। इन पोतों पर गोवा के स्थानीय कलाकारों द्वारा लोकगीत और नृत्य प्रस्तुत किया जाता है। यह कार्यक्रम आमतौर पर सांता मोनिका या शांतादुर्गा की पोतों पर होता है। इसके अलावा सप्ताह के कुछ दिनों में, दो घंटे के डिनर परिभ्रमण की पेशकश भी होती है। ये बैकवॉटर क्रूज़ आपको सांता मोनिका घाट पर लौटने से पहले आदिलशाह पैलेस, औपनिवेशिक युग की ईमारतों तक ले जाते हैं, तथा इसके साथ ही दूधिया रोशनी में नहाए मिरामर समुद्र तट की भी सैर भी कराते हैं।

गोवा कार्निवल

शिगमोत्सव

फाल्गुन (रोमन कैलेंडर में मार्च का महीना) के महीने में पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला शिगमोत्सव, यहां का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो सर्दियों को अलविदा कहने के लिए आयोजित किया जाता है। यह ग्रामीणों के अभिवादन के साथ शुरू होता है, जिसके बाद कई दिनों तक यह उत्सव चलता रहता है। इसमें लोग रंगीन कपड़े पहनकर, तोरण, लाल धब्बों वाले झंडे और स्तंभ के साथ नाचते हैं। इस महोत्सव के पांचवे दिन यानी रंग पंचमी को लोग गुलाल में सराबोर होकर, इस उत्सव को उत्साह के साथ मनाते हैं।

शिगमोत्सव