बेकल के प्रतिभाशाली कलाकारों ने अपने शानदार शिल्प कौशल की मदद से ग्रेनाइट पत्थर में विभिन्न देवी-देवताओं की खूबसूरत मूर्तियाँ गढ़ने के लिए व्यापक ख्याति अर्जित की है। इनके सदियों पुराने इस शिल्प को दूर-दूर से आए पर्यटकों ने सराहा है। अलप्पुझा में स्थापित भगवान बुद्ध की करुमादिकुट्टन मूर्ति इस राज्य के मूर्तिकारों की रचनात्मक उत्कृष्टता का बेहतरीन नमूना है। 11 वीं शताब्दी में स्थापित की गई यह मूर्ति ठोस काले ग्रेनाइट से बनी है।

इन मूर्तियों को बनाने की कला पीढ़ियों से चली आ रही है और एक मूर्ति के निर्माण को पूरा करने में लगने वाला समय इसके आकार पर निर्भर करता है। इन्हें बनाने के लिए कच्चा माल आम तौर पर तमिलनाडु, अंबासमुद्रम की खदानों से लाया जाता है और फिर उस पर नक्काशी की जाती है। आप इस क्षेत्र में विभिन्न हस्तकला की दुकानों से ग्रेनाइट की सुन्दर नक्काशीदार मूर्तियों की खरीदारी कर सकते हैं।

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