केरल की पारंपरिक वास्तुकला शैली में निर्मित ऐतिहासिक मलिक दीनार मस्जिद को भारत में आने वाले पहले ज्ञात मुसलमानों में से एक मलिक इब्न दीनार द्वारा स्थापित किया गया था। प्रतिवर्ष यहाँ मलिक दीनार और उनके साथी व्यापारियों के समूह के भारत आगमन की स्मृति में एक भव्य उत्सव का आयोजन किया जाता है। किंवदंती है कि 1,500 साल पहले दीनार और उनके 12 साथी मुस्लिम भारत में आए, तथा अपने साथ अपना मज़हब भी लेकर आए। मलिक दीनार मस्जिद का निर्माण 642 ईस्वी में पश्चिमी गंगा राजवंश के राजा चेरमन पेरुमल के शासनकाल में किया गया था। इस मस्जिद के निर्माण में लकड़ी के स्तंभों पर अरबी नक्काशी का प्रयोग किया गया था, जिसकी खूबसूरती देखने लायक है। यह मस्जिद विशेष रूप से उर्स समारोह के उत्सव के दौरान ज़बर्दस्त भीड़ से गुलज़ार होती है।

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