नारियल और ताड़ के लहराते हुए वृक्षों की छाँव में स्थित सुंदर मल्लिकार्जुन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और तीर्थयात्रियों को अपनी शानदार वास्तुकला और शांत वातावरण की ओर आकर्षित करता है। मंदिर के समीप बहने वाली कुम्बला नदी इस स्थान की सुरम्य सुंदरता में और अधिक वृद्धि करती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति को हिंदू धर्मग्रन्थ महाभारत में वर्णित पांडवों में से एक अर्जुन द्वारा स्थापित किया गया था। यह मंदिर हर साल मार्च के महीने में वार्षिक जात्रा महोत्सव का आयोजन करने के लिए भी प्रसिद्ध है। इस मंदिर के प्रमुख आकर्षणों में से एक यक्षगान प्रदर्शन है, जो हर शाम इसके परिसर में आयोजित किया जाता है। इसके अतिरिक्त, इस मंदिर का एक अन्य आकर्षण वार्षिक गणेश चतुर्थी समारोह है जिस में राज्य के सभी हिस्सों से हजारों तीर्थयात्रियों भाग लेते हैं। मल्लिकार्जुन मंदिर कासरगोड शहर के केंद्र में स्थित है और बेकल से यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है।

अन्य आकर्षण