चिड़िया टापू

अंडमान का बर्ड आइलैंड या चिड़िया टापू समृद्ध मैंग्रोव जंगलों की एक कालीन की तरह हैए जहां पक्षियों की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। यह इको पार्कए दक्षिण अंडमान द्वीप के सबसे दक्षिणी सिरे पर मौजूद हैए और यह पोर्ट ब्लेयर से 28 किमी की दूरी पर स्थित है। पोर्ट ब्लेयर से चिड़िया टापू के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। बर्डवॉचिंग के अलावाए यह स्थान अपने पिकनिक स्पॉटए ट्रेकिंग ट्रेल्स और शानदार सूर्यास्त के लिए भी प्रसिद्ध है। अपनी समृद्ध और विविध वनस्पतियों और जीवों के कारण यह टापू एक जैविक उद्यान के रूप में जाना जाता हैए जिसे पर्यटकों को अवश्य देखना चाहिए।

चिड़िया टापू का एक अन्य मुख्य आकर्षण यहां का सनसेट.प्वाईंट है। यह तट बंगाल की खाड़ी में दूर.दूर तक फैला है। सूर्य इस समुद्र को कई रंगों में रंग देता हैए जिनमें लाल और स्वर्ण रंगों की विविध प्रतिछाया होती हैय जो समुद्र के समीप बिताए गए आपके समय को यादगार बनाता है। चिड़िया टापू में एक छोटा चिड़ियाघर भी हैए पर्यटकों को इसका लुफ्त अवश्य लेना चाहिए।

चिड़िया टापू

महात्मा गांधी मरीन नेशनल पार्क

पोर्ट ब्लेयर से लगभग 29 किमी पश्चिम में स्थितए प्रसिद्ध वंडूर बीचए अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। 281ण्5 वर्ग किमी के क्षेत्रफल में फैलेए इस मरीन पार्क में खुले समुद्री तटए खाड़ियां और 15 छोटे और बड़े द्वीप हैं। पर्यटक यहां कांच के तलों वाली नावों से पानी के नीचे दुर्लभ कोरल और समुद्री जीवन देख सकते हैंय स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग भी यहां कर सकते हैं। यहां पर कई नाविक हैंए जो वंडूर से महात्मा गांधी मरीन नेशनल पार्क तक ले जाते हैं और आपको गाइड भी करते रहते हैं।

इस यात्रा में पर्यटक जॉली बुय आइलैंड या रेड स्किन द्वीप में ढाई घंटे से तीन घंटे बिता सकते हैं। इस समुद्री राष्ट्रीय उद्यान में जाने से पहले अपने साथ लंच और पेयजल अवश्य ले जाएं। यह पार्क समुद्री जीवों विशेषकर समुद्री कछुए और कोरल के संरक्षण के लिए बनाया गया था।

महात्मा गांधी मरीन नेशनल पार्क

माउंट हैरियट नेशनल पार्क

माउंट हैरियट पोर्ट ब्लेयर से सड़क मार्ग द्वारा 55 किमी और नाव से 15 किमी की दूरी पर स्थित है। ब्रिटिश राज में यह मुख्य आयुक्त का ग्रीष्मकालीन मुख्यालय हुआ करता था। दक्षिण अंडमान में सबसे ऊंची चोटी ;365 मीटरद्ध के साथए यहां से पास के द्वीपों और समुद्र का बेहतरीन नज़ारा दिखता है। यह पार्क 42ण्62 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें नाना प्रकार की वनस्पति और जीव.जंतु पाए जाते हैंए जिसमें अंडमान के पेड़ए सुंडा टीलेए निकोबार मेगापोडए निकोबार पाराकीटए अंडमान के काले कठफोड़वाए ब्लैक.नेप्ड टर्न आदि पक्षी शामिल हैं।

इसके अलावा आप यहां किंग कोबराए ग्रीन सी और ओलिव रिडले कछुएए अंडमान कोबराए रॉबर केकड़ाए खारे पानी में रहने वाले मगरमच्छए कछुए और जंगली सुअर देख सकते हैं। नेशनल पार्क का पूरा क्षेत्र दक्षिण अंडमान के पूर्वी हिस्से में पहाड़ी श्रृंखलाओं का एक समूह बनाता है। इस पार्क का नाम वर्ष 1862 से 1864 तक पोर्ट ब्लेयर के कारागार अधीक्षक रहे व्यक्ति की पत्नी के नाम पर रखा गया थाय इन्होंने ही इस जगह की खोज की थी।

माउंट हैरियट नेशनल पार्क

मत्स्य संग्रहालय

मत्स्य संग्रहालय राजीव गांधी जल खेल परिसर के करीब हैए जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है। यह एशिया.प्रशांत क्षेत्र में पाए जाने वाले समुद्री जीवन की 350 से अधिक प्रजातियों के आवास के लिए जाना जाता है। सुनामी में यह संग्रहालय आंशिक रूप से नष्ट हो गया थाए लेकिन फिर से इसे बना दिया गया। परिसर में प्रवेश करने परए आपको ऐसा लगेगा जैसे आपने किसी जैव प्रयोगशाला में कदम रखा होए क्योंकि यहां पौधों और जानवरों की विभिन्न प्रजातियां मौजूद हैं। संग्रहालय में केकड़ेए शार्कए स्टारफिश और विशाल टेबल कोरल जैसे जानवर भी हैं।

अन्य दिलचस्प और देखने लायक चीज़ों में सॉ फिश और डॉल्फिन प्रदर्शन में लगाई गई हैंए इसके साथ.साथ यहां एक स्पर्म व्हेल का कंकाल भी हैए जिसे सबसे बड़ी और दांतेदार व्हेल माना जाता है। संग्रहालय के अंदर किसी भी प्रकार का चित्र लेना निषिद्ध है। यह संग्रहालय पोर्ट ब्लेयर से लगभग 9 किमी की दूरी पर स्थित है।

मत्स्य संग्रहालय