राजसी तंजावुर पैलेस के भीतर स्थित आर्ट गैलरी में कांस्य प्रतीकों का एक संग्रह प्रदर्शित किया गया है। आर्ट गैलरी को तीन खंडों में विभाजित किया गया है: पूजा महल, इंदिरा मंदिर और राम चौदम हॉल। इन तीन खंडों में सोने की चादरें, मोती और अन्य रत्न के साथ-साथ तंजावुर के कांच से बने चित्रों को प्रदर्शित किया गया है, जो कि तंजावुर की रॉयल्टी को दर्शाते हैं। ये पत्थर की मूर्तियां, कांस्य चिह्न और कला के नमूने तंजावुर की संस्कृति और इतिहास का एक अनमोल हिस्सा हैं। डिस्प्ले का एक बड़ा हिस्सा हिंदू देवी-देवताओं और पौराणिक कथाओं का प्रतिनिधित्व करता है। गैलरी का संग्रह तंजावुर के राजघराने के स्वर्ण युग का प्रमाण है। गैलरी में मिलने वाली कला के उदाहरण, मोटे तौर पर 9 वीं से 13 वीं शताब्दी ई. के चोल काल और 17 वीं से 18 वीं शताब्दी ई. के नायक काल के बीच के समय को दर्शाते हैं। यहां पल्लव काल (275-895 सी ई) की भी कुछ मूर्तियां मौजूद हैं।

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