अरुणाचल प्रदेश राज्य में आभूषण बनाने के शिल्प का अभ्यास व्यापक रूप से किया जाता है। ज्यादातर ये आभूषण यहां की जनजातियों द्वारा डिजाइन किए जाते हैं, और उन्हें विभिन्न प्राकृतिक स्रोतों और उत्पादों का उपयोग करके बनाया जाता है। यहां के स्त्री और पुरुष जो आभूषण पहनते हैं, वे बांस के पंख, जंगली बीज, कांच के मनके, बीटल के पंख इत्यादि चीजों से बनाए जाते हैं। वैसे तो यहां आभूषण बनाने में अनेक धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन आभूषणों में मुख्य रूप से चांदी और पीतल का इस्तेमाल अधिक होता है। आभूषणों में विविधता यहां की रोचक विशेषता है। यूं तो यहां की सभी जनजाति एक ही तरह का कच्चा माल आभूषण बनाने में इस्तेमाल करती हैं, लेकिन फिर भी उनके डिजाइन और शैली में काफी विभिन्नता होती हैं, और इसे बनाने का कौशल हर जनजाति का अपना एक अलग किस्म है। यदि आप यहां आने की सोच रहे हैं, तो यहां की बांस की चूड़ियां और कान में पहने जाने वाले आभूषण को खरीदना न भूलें। इन आभूषणों का डिजाइन यहां की अकास जनजाति द्वारा किया जाता है।

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