पुदुचेरी से 20 मिनट की एक छोटी ड्राइव से पर्यटक ऑरोविले पहुंच सकते हैं, जो सन् 1968 में, 'मदर मीरा' (मिर्रा अल्फासा) द्वारा स्थापित एक व्यापक टाउनशिप है। इसके केन्द्र में एक शानदार स्वर्ण गुंबद वाला मातृमंदिर है, जो हरे भरे लॉन से घिरा है, जहां पर्यटक ध्यान लगा सकते हैं और मौन एकाग्रता में आत्मनिरीक्षण कर सकते हैं। मातृमंदिर, जिसे 'शहर की आत्मा' कहा जाता है, एक बड़े खुले और शांत क्षेत्र में स्थित है। इसका शाब्दिक अर्थ है 'माता का मंदिर'।

नई चेतना के जन्म का प्रतीक, इस मंदिर क्षेत्र को एक दर्जन नामित बागों में विभाजित किया गया है-जैसे परमानंद (ब्लिस), प्रकाश (लाइट), जीवन (लाइफ), अस्तित्व (एक्झिस्टेंस), चेतना (कॉंशसनेस), शक्ति (पॉवर), धन (वेल्थ), परिपूर्णता (परफेक्शन), सद्भाव (हॉरमनि), युवा (यूथ), प्रगति (प्रौग्रेस) और उपयोगिता (यूटीलिटी)-प्रत्येक बाग में उनके अपने अलग तरह के फूल, वृक्ष और झाड़ियां है। इसके निर्माण में 40 साल से अधिक का समय लगा है और इसके 12 उद्यानों का निर्माण कार्य, जैसा कि माता की इच्छा थी, अभी भी प्रगति पर है। परिसर में भ्रमण करने की अनुमति दिए जाने से पहले, दर्शकों को केंद्र में एक वीडियो दिखलाया जाता है जो इस बात से अवगत कराता है कि मातृमंदिर का आदर्श क्या है, और इसके उद्देश्य क्या क्या हैं। केंद्र में अग्रिम बुकिंग की भी व्यवस्था है।

पर्यटकों का ध्यान रखते हुए केंद्र में कई मध्यम कीमत वाले रेस्तरां भी हैं जो इतालवी, फ्रांसीसी और भारतीय व्यंजन पेश करते हैं। इनमें से कुछ रेस्तरां शाकाहारी भी हैं। परिसर के भीतर कुछ बुटीक भी हैं, जो क्रॉकरी, कपड़े, पेंटिंग, बैग और दिखावटी गहनों की खरीदारी के लिये शानदार जगह है।

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