रामकुंड शहर का सबसे पवित्र स्थान है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान राम यहां स्नान किया करते थे। यह गोदावरी नदी के किनारे स्थित है। स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि रामकुंड के पानी में स्नान करने से आत्मा शुद्ध होती है और वह अधिक सकारात्मक और परोपकारी दृष्टिकोण के साथ नए सिरे से शुरुआत कर सकता है।

रामकुंड अक्सर हर 12 साल में शहर में आयोजित होने वाले प्रसिद्ध कुंभ मेले का स्थल बन जाता है। भक्तों का यह भी मानना ​​है कि उनके मृतकों की राख को विसर्जित करने से उन्हें जीवनकाल के बाद शांति मिलेगी।

हर दिन पर्यटक यहां शुद्ध पानी में स्नान करने और अपने पापों से मुक्ति की उम्मीद लिये आते हैं। विशेष रूप से भोर में घाट नासिक शहर का एक सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है, जब सूरज की गर्म चमक हर चीज को छू कर महिमामंडित कर देती है। इन कारणों से यह एक अविश्वसनीय स्थल बन गया है।

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