देश भर में स्थित भगवान शिव को समर्पित लोकप्रिय ज्योतिर्लिंगों में से एक पराली वैजनाथ या पराली वैद्यनाथ के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। पत्थरों से बना यह मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर है और पारंपरिक औषधीय पौधों से घिरा हुआ है। यह मंदिर यहां आने वाले भक्तों को व्यक्तिगत रूप से प्रार्थना करने की अनुमति भी देता है। हर शिवरात्रि पर यहां 15 दिन तक चलने वाला मेला लगता है जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस मंदिर से एक दिलचस्प कथा भी जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि लंका नरेश रावण एक बार ज्योतिर्लिंग को लंका में ले जाना चाह रहा था लेकिन भगवान ऐसा होने नहीं देना चाहते थे। इसलिए उन्होंने महर्षि नारद को रावण को रोकने के लिए भेजा। नारद मुनि ने अपनी चतुराई से रावण को ज्योतिर्लिंग नीचे गिराने पर राजी कर लिया। कहते हैं कि जहां-जहां उस ज्योतिर्लिंग के टुकड़े गिरे, वहां-वहां भगवान शिव के मंदिर बनाए गए।

अन्य आकर्षण