सरस्वती महोत्सव के नौवें दिन देवी सरस्वती के लोकप्रिय मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण अपने बच्चों के साथ आते हैं, जो बहुत ही शुभ एवं पावन माना जाता है। इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, जो विद्यारंभ कनिके की पूजा कराने यहां पर आते हैं। विजयादशमी के अवसर पर दक्षिण भारत में हिंदू परंपरा का निर्वाह किया जाता है, जिसमें बच्चों को भाषा एवं विभिन्न लोक कलाओं जैसे संगीत व नृत्य से अवगत कराया जाता है। यह आयोजन मंडप में कराया जाता है, जबकि इस दौरान भजनों व मंत्रों का उच्चारण होता है। 

यह मंदिर यहां पर होने वाले संगीत कार्यक्रम के लिए भी प्रसिद्ध है। पर्यटक यहां पर उन बच्चों द्वारा किया जाने वाला भरतनाट्यम भी देख सकते हैं जो पूजा करने आते हैं।

अन्य आकर्षण