सिंधु नदी के तट पर स्थित न्योमा गांव मानसून में भारी वर्षा के लिए मशहूर है । इसे अधिक सर्दी वाला गांव कहा जाता है। लेह जिले में कुदरत के तमाम उपहारों से लैस इस गांव में पहुंचना बहुत ही चुनौतीपूर्ण काम है लेकिन वहां की सुंदरता देखने के लिए लोग इस चुनौती को स्वीकार कर लेते हैं। यह गांव लेह से 147 किमी दूर है। आपको इस गांव में जाना हो तो आपको चुमाथांग की एक दिन का सफर करके अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। यह गांव सुंदर स्थलों में घूमने-फिरने और खाने-पीने के लिए बहुत ही अच्छा स्थान है। आप यहां पर शांतिपूर्ण माहौल में रह सकते हैं। लंबी सैर कर सकते हैं और स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करके अपना समय अच्छी तरह से गुजार सकते हैं। यहाँ एक छोटा सा बौद्ध मठ भी है,जहाँ आप जा सकते हैं। न्योमा गांव का माहौल हर मौसम में सुहावना रहता है। चाहे बरसात हो रही हो तो माहौल रंग-बिरंगा होता है। जब तेज हवाएं चल रहीं हो तो इस गांव के लिए चढ़ाई करना बहुत मुश्किल होता है।

अन्य आकर्षण