देश के सबसे ऊंचे जलप्रपातों में से एक, यह झरना 157 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। डुडुमा जलप्रपात को निहारना आंखों को सुकून प्रदान करता है। यह झरना घने जंगल में स्थित है एवं आसपास के क्षेत्रों का आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करता है, यह बहुत ही सुंदर जगह है। यह झरना जो मचकुंड नदी की जलधारा से बनता है, इसके दो छोटे झरने बनते हैं, जिनमें से एक आंध्र प्रदेश तथा दूसरा ओडिशा में गिरता है। कइयों का मानना है कि रहस्यमयी बोंडा जनजाति के लोग भी इसी झरने के निकट रहते हैं। यहां आने वाले पर्यटक इसके निकट स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल मतस्य तीर्थ के भी दर्शन कर सकते हैं। वहां पर वे डुबकी भी लगा सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे उनके सभी पाप धुल जाते हैं।ये झरने कोरापुट से 88 किलोमीटर तथा जयपोर के दक्षिण में 70 किलोमीटर दूर स्थित हैं। इस जलप्रपात से गिरने वाला पानी मचकुंड हाइडन्ने इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट का प्रमुख आधार है, यह संयंत्र बांध पर ही बना हुआ है। 

अन्य आकर्षण