एशिया के पहले हरित गांव के रूप में प्रसिद्ध सदियों पुराना खोनोमा गांव नागा लोगों की जीवनशैली को जानने का एक उपयुक्त स्थान है तथा यह प्रकृति की गोद में बसा हुआ है। इस गांव की यात्रा के दौरान पर्यटकों को स्थानीय अंगामी आदिवासी समुदाय के लोगों से संपर्क साधने का अवसर मिलता है। यह भी जानने का मौका मिलता है कि वे लोग अपने लिए अधिक संरक्षित और स्थाई परिस्थितिकी तंत्र बनाने में किस प्रकार से सफल हुए हैं। पर्यटक गांव में रात बिताने की भी सोच सकते हैं तथा वे स्थानीय लोगों द्वारा व्यवस्थित पारंपरिक होम स्टे का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। यह गांव नागालैंड के बेहद साफ़.सुथरे गांवों में से एक के रूप में भी प्रसिद्ध है। यहां हर कोने में कूड़ेदान एवं सार्वजनिक जनसुविधाएं उपलब्ध हैं। खोनोमा की यात्रा के दौरान पर्यटक पक्षियों की गतिविधियां एवं ट्रैकिंग का भी आनंद उठा सकते हैं। शहर के बाहरी क्षेत्र में स्थित यह गांव वन्यजीवों और पौधों की दुर्लभ एवं लुप्तप्रायः प्रजातियों के साथ.साथ पहाड़ियों की ढलान पर छत की खेती के सफलतापूर्वक संरक्षण के लिए जाना जाता है।

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