राजस्थान नाम के रेगिस्तानी राज्य में अवस्थित बीकानेर के जीवंत और हलचल भरे माहौल तथा इस शहर के चारों ओर फैले सुनहरी रेत के टीलों के विशाल विस्तार ने इसे एक असाधारण पर्यटन स्थल बना दिया है। थार रेगिस्तान में बसा यह प्राचीन शहर विशाल और शानदार किलों और महलों से सुसज्जित है जो दुनिया भर के हजारों पर्यटकों को आमंत्रित करते हैं। इस शहर का पुराना हिस्सा 1488 में राठौड़ वंश के राजकुमार राव बीका द्वारा शासित क्षेत्र के समृद्ध इतिहास का गवाह है। पत्थर की ऊंची दीवारों से घिरा इस शहर का पुराना हिस्सा संस्कृति और परंपरा का वाहक है। इसके पांच विशाल द्वार आपको गलियों की एक भूलभुलैया में ले जाते हैं, जो विचित्र चमकदार लाल और पीले बलुआ पत्थर के घरों से युक्त है। वहीं इसका आधुनिक हिस्सा आपको इसके समृद्ध बाज़ारों, अति सुंदर हस्तशिल्प और स्वादिष्ट व्यंजनों से रूबरू करवाता है। यहाँ के बीकानेरी शॉल, कंबल, कालीन और लाख से बने हस्तशिल्प उत्पाद प्रसिद्ध हैं जो इसे ख़रीदारों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाते हैं। सुंदर कांच की वस्तुओं और आकर्षक मोजरी अर्थात पारंपरिक जूतों से लेकर मिट्टी के बर्तनों तक, यहाँ आपकी पसंद का सब कुछ मिल जाएगा। बीकानेर में रहते हुए यहाँ के भौगोलिक संकेतक अर्थात जीआई टैग से युक्त बीकानेरी भुजिया खरीदना न भूलें, जो एक मज़ेदार खाद्यपदार्थ है। 

बीकानेर के रेगिस्तान में रोमांचकारी ऊंट सफारी का आनंद लिया जा सकता है। यह बेमिसाल अनुभव इस शहर के पारंपरिक इतिहास में लौटने का एक शानदार तरीका है, जब यहाँ ऊंट परिवहन के एकमात्र साधन थे और लंबी यात्राएं उनकी पीठ पर ही बैठ कर की जाती थीं।