दृश्य तथा निष्पादन कलाओं के क्षेत्र में देश के सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संस्थानों में से एक माने जाने वाले भारत भवन को चार्ल्स मार्क कोर्रिया नामक वास्तुकार द्वारा डिजाइन किया गया था। इस बहुकला केंद्र की स्थापना मौखिक, शारीरिक और दृश्य कलाओं के बीच एक संवादात्मक संपर्क स्थापित करने के लिए की गई थी। भारत भवन में एक आर्ट गैलरी, एक रंगमंच मण्डली, एक अभ्यास कक्ष, भारतीय कविता के पुस्तकालय, शास्त्रीय और लोक संगीत व ललित कला के लिए कार्यशाला, तथा आभ्यंतरिक एवं बहिरंग सभागार स्थित हैं। भारत भवन में लगातार प्रदर्शनियों, फिल्म शो, काव्यपाठ और संगीत समारोहों सहित कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है, जिसमें विश्व कविता महोत्सव, समकालीन भारतीय कला द्विवार्षिक, राष्ट्रीय नाट्य समारोह, सारंगी मेला, जयपुर घराना संगीत समारोह, पुरुष नृत्य समारोह, कवि भारती, महिलाओं की रचनात्मकता पर केंद्रित कार्यक्रम स्वयंसिद्ध तथा राष्ट्रमंडल देशों की रंगमंच कार्यशाला शामिल हैं। 

भवन में विभिन्न आयोजनों को समर्पित विभिन्न संभाग हैं, जैसे रूपंकर (ललित कला संग्रहालय), रंगमंडल (रंगमंच लाइब्रेरी), वागार्थ (भारतीय कविता का केंद्र), अनहद (शास्त्रीय और लोक संगीत का केंद्र), छवि (शास्त्रीय सिनेमा का केंद्र) और निराला सृजनपीठ (रचनात्मक लेखन)। 

अन्य आकर्षण