बाजार चौक में स्थित, गोपाल मंदिर मराठा वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है। इसका निर्माण 19 वीं शताब्दी में महाराज दौलत राव शिंदे की रानी बायजीबाई शिंदे ने कराया था। एक विशाल संगमरमर की संरचना के ऊपर निर्मित यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है। इस मंदिर का पवित्र गर्भगृह संगमरमर निर्मित है। इसमें रत्न जड़ित, चांदी की परत वाले दरवाजे हैं। इसके भीतरी गर्भगृह को गजनी ले जाया गया था। इसके बाद, इसे महमूदशाह अब्दाली द्वारा लाहौर ले जाया गया। पवित्र गर्भगृह में भगवान कृष्ण (काली) और देवी राधा (सफेद) की मूर्तियां हैं। मुख्य मूर्ति के दोनों ओर देवी रुक्मणी और शिव पार्वती की प्रतिमाएं भी हैं। भद्रकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर में एक भव्य उत्सव का आयोजन किया जाता है।

अन्य आकर्षण