माहुर महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र का हिस्सा है। सड़क मार्ग से यह नागपुर शहर से लगभग चार घंटे की दूरी पर है। यह एक गांव है और माना जाता है कि यह संत दत्तात्रेय का जन्म स्थान है और देवी रेणुका का निवास भी। यहां देवी रेणुका को समर्पित एक मंदिर भी है जिसके बारे में मान्यता है कि यह आठ सौ साल पुराना है। हर साल इस मंदिर में दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए इस मंदिर में नई पक्की सीढ़िया बनाई गई हैं। इस मंदिर में देवी को भोग के रूप में सुपारी चढ़ाई जाती है जो कि अपने-आप में अनोखी बात है। इस गांव में और भी बहुत सारे प्राचीन मंदिर हैं जिनमें श्री दत्तात्रेय मंदिर, देव देवेश्वरी मंदिर, अनुसूया मंदिर और सर्वतीर्थ प्रमुख हैं। अनुसूया मंदिर दत्तात्रेय की माता देवी अनुसूया को समर्पित है। यहां नजदीक ही रामगढ़ किले के अवशेष भी देखने योग्य हैं।

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