अडासा का विचित्र गांव अपने शानदार मंदिरों के लिए पर्यटकों के बीच में काफी मशहूर है। यह गांव नागपुर से 43 किमी की दूरी पर स्थित है। इस गांव में सबसे अधिक मशहूर अदसा गणेश मंदिर है। यह मंदिर महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके के आठ अष्टविनायकों में से एक मंदिर है। यह मंदिर एक छोटी सी पहाड़ी पर बना हुआ है। इस मंदिर में लगभग 50 सीढ़ियों से चढ़कर पहुँचा जा सकता है। इसके अलावा यहां ट्रेकिंग करके भी पहुंचा जा सकता है। वर्धमान पहाड़ियों से घिरा, मंदिर नागपुर और इसके आस-पास के इलाकों के नजारे पेश करता है। पर्यटन की दृष्टि से यह मंदिर परिसर बहुत अच्छा पिकनिक स्थल भी है। मानसून के मौसम के दौरान इस परिसर का माहौल बहुत ही सुहावना हो जाता है और यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। मंदिर में जाने का सबसे अच्छा समय वसंत पंचमी और गणेश चतुर्थी के त्योहार पर होता है। ये दोनों पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाये जाते हैं। अदसा गणेश मंदिर के गर्भगृह में भगवान गणेश की एक मूर्ति स्थापित है। इस मूर्ति की खास बात यह है कि यह एक ही पत्थर पर उकेरी गई है। मंदिर के परिसर के भीतर 10 हेक्टेयर इलाके में लगभग 20 छोटे मंदिर हैं। यह पर्यटकों में विशेष उत्साह जगाते हैं। अदसा गणेश मंदिर सप्ताह के सभी दिनों में सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है। अदसा गाँव भगवान महादेव मंदिर का भी घर है, जो एक छोटी पहाड़ी पर स्थित है। यह मंदिर तीन स्वयंभू लिंग (स्वयंभू) के आवास के लिए प्रसिद्ध है, जिनके बारे में माना जाता है कि यह मिट्टी से निकला है।

अन्य आकर्षण