बर्फ से ढकी चोटियों से लेकर सघन जंगलों तक फैला भीष्मकनगर, अरुणाचल प्रदेश का एक बेहद भव्य और शानदार पर्यटन स्थल है। भीष्मकनगर, जोरहाट से करीब 289 किमी दूरी पर स्थित है। हिमालय की विशाल चोटियों से घिरा यह स्थान इस राज्य के कुछ बेहद खूबसूरत स्थलों में से एक है, जहां मौजूद शांत झीलें, कलकल करती नहरें और झरनों से बहता झरझर पानी, मानो यहां के नैसर्गिक सौंदर्य में प्रकृति के रंग भरता है। यहां से करीब 30 किमी की दूरी पर है रोइंग, जो अपनी सांस्कृतिक समृद्ध विरासत और बेहद मिलनसार मिशमी तथा आदि जनजातीय समूहों के लिए प्रसिद्ध है। 

यहां स्थित प्राचीन किले अपने रहस्यमयी पाश में सैलानियों को बांधे रखते हैं। यही वजह है कि हर साल यहां सैलानियों का तांता सा लगा रहता है। 12वीं शताब्दी में बना भीष्मकनगर किला, तपी हुई ईंटों से बना है और अरुणाचल प्रदेश की कुछ बेहद प्राचीन पुरातात्विक जगहों में से एक है। किले में अनेकों दुर्लभ कलाकृतियों तथा टैराकोटा से बनी वस्तुओं को संरक्षित किया गया है, जो उस समय के क्षेत्रिय वैभव और समृद्धि का सांस्कृतिक परिचायक हैं। 

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