नोंगमैजिंग पर्वत पर स्थितए सानामाही किओंग मंदिर लैनिन्ग्थौ सानामाही को समर्पित हैए जो की इम्फाल के मेइती जनजाति के प्राचीन देवता है। यह मंदिर इम्फाल के पहले मणिपुर राइफल मैदान में स्थित है और इसका निर्माण 1891 में हुआ था। ईंट के साथ निर्मितए यह एक अष्टकोणीय आधार पर खड़ा है और इसके दक्षिणी तरफ सीढ़ियों की चढ़ाई है। मंदिर का अग्रभाग एक आयताकार दरवाजे से सजा है जबकि छत की वास्तुकला विशालकाय गोथिक शैली में बनाई गई है। मंदिर में हर सुबह और शाम को एक विशेष प्रार्थना सेवा या आरती आयोजित की जाती हैए जबकि सागलाछमए एक साप्ताहिक प्रार्थना सेवा का आयोजन हर मंगलवार को होता है। मंदिर में जाने का सबसे अच्छा समय वह है जब मणिपुर चीरोबा का वार्षिक उत्सव बड़े सांस्कृतिक धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सितंबर के महीने के दौरानए मन्दिर एक अन्य वार्षिक उत्सव भी मनाता हैए जिसे होनझुन्गा के नाम से जाना जाता है।  पूर्वोत्तर भारत के अन्य राज्यों से मेइती भक्त के साथण्साथ अन्य समुदायों के लोग जैसे  मणिपुरए म्यांमारए असमए त्रिपुरा और बांग्लादेश के काबुई और ज़ेलिंगरोंग के लोगए भी इस मंदिर में नियमित रूप से आते हैं। 

अन्य आकर्षण