मणिपुर के यरीपोकक्षेत्र की हरी भरी पहाड़ियों के बीच स्थितए कैना मंदिर 914 मीटर की ऊंचाई पर एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है। मंदिर परिसर में बीच मेंएक बड़ा कमरा है जो विभिन्न हिंदू देवताओं को समर्पित छोटे मंदिरों से घिरा हुआहै। किंवदंती है कि श्री श्री गोविन्दजी की एक मूर्ति कैना के एक कटहल के पेड़ सेबनाई गयी थी। संयोग से यहए एक सपने में भी था जिसे राजा भाग्यचंद्र महाराज य1763ण्98।क्द्ध ने देखा था। यही कारण है कि वैष्णव लोगकैना को एक पवित्र स्थान मानते हैं। कैना को पारंपरिक नृत्य शैली रास घरबा के लिएभी जाना जाता हैए इसे महत्वपूर्ण त्योहारों और समारोह के दौरान प्रस्तुत किया जाताहै। मंदिर की यात्रा से स्थानीय लोगों की संस्कृतिए परंपराओं और मान्यताओं के बारेमें जानकारी प्राप्त करने का एक बड़ा अवसर मिलता है। आसपास का सुरम्य सौंदर्य औरमंदिर का शांत वातावरण इसे इम्फाल की यात्रा के दौरान देखने लायक जगह बनाता है। येइम्फाल से 29 किमी की दूरी परस्थित है।

अन्य आकर्षण