
क्षमा करें, हमें आपकी खोज से मेल खाने वाली कोई भी चीज़ नहीं मिली।
यह आनंद से भरपूर पर्व सेंट जॉन द बेप्टिस्ट को समर्पित है, जो यहूदी धर्मशासक थे। ईसाई के पवित्र धार्मिक ग्रंथ बाइबल में इन्हें ईसा मसीह का अग्रदूत माना गया है। इस विशेष दिन पर, गोवा के निवासी अपने सिरों पर रंग-बिरंगे बहुत ही आकर्षक मुकुट धारण करते हैं। ये मुकुट फलों, फूलों तथा सब्ज़ियों से बने होते हैं। वे सभी खुशी में नाचते-गाते हैं। लोग समुद्र, तालाबों या फिर किसी भी जलकुंड में छलांग लगाते हैं। लोग बपतिस्मा लेने की प्रक्रिया दर्शाने के लिए ही ऐसा करते हैं। सेंट जॉन द बेप्टिस्ट को सच्चे दिल से अपनाने की दिशा में यह पर्व 175 वर्षों से मनाया जा रहा है। बाइबल के अनुसार, माता मरियम गर्भवती थीं और उनके गर्भ में ईसा मसीह थे। वह अपनी चचेरी बहन एलिज़ाबेथ को देखने उनके घर पर गईं। उनकी बहन भी गर्भवती थीं और उनके गर्भ में सेंट जॉन द बेप्टिस्ट थे। जब दोनों बहनें मिलीं तो सेंट जॉन द बेप्टिस्ट, ईसा मसीह को देखकर बहुत प्रसन्न हुए। बाइबल के अनुसार, सेंट जॉन द बेप्टिस्ट ने ही बाद में जॉर्डन नदी में यीशु को बपतिस्मा की दीक्षा दिलाई थी।