नामक्कल जिले का मुख्यालय नामक्कल, यरकौड से लगभग 80 किमी दूर स्थित है। यह एक चट्टान वाले टीले (सिंगल रॉक हिल्लॉक) के तल में है। इस क्षेत्र के प्रमुख आकर्षणों में से एक, पहाड़ी की चोटी पर एक चट्टान का किला है। डेढ़ एकड़ के क्षेत्र में फैले इस किले में दक्षिण-पश्चिम दिशा से संकरी सीढ़ियों द्वारा पहुंचा जा सकता है। यह किला मैसूर राज्य के शासक हैदर अली (और बाद में उनके बेटे टीपू सुल्तान) और अंग्रेजों के बीच विभिन्न शक्ति संघर्षों का एक केंद्र बिंदु भी रहा।

आज यह एक गुफा मंदिर है जो भगवान रंगनाथ और भगवान लक्ष्मी नरसिम्हा को समर्पित है। यह स्थान 1500 साल पुराने दिगंबर अंजनेय मंदिर के भक्तों के लिए भी लोकप्रिय है। इस मंदिर की अनोखी विशेषता यह है कि भगवान अंजनेय की प्रतिमा की आंखें पहाड़ी पर स्थित भगवान नरसिंह के दिव्य पैरों पर टिकी हैं। नमक्कल पर्यावरण प्रबंधन, विशेष रूप से पानी की आपूर्ति, ठोस अपशिष्ट और अपशिष्ट प्रबंधन, शहर नियोजन, प्रकाश व्यवस्था और अन्य सामाजिक सेवाओं के लिए एशिया में पहली आईएसओ 14001-2004 प्रमाणित नगर पालिका है।

अन्य आकर्षण