तंजावुर से 90 किमी की दूरी पर स्थित थिरुनलार मंदिर, भगवान सनीश्वरन यानी शनि को समर्पित है। कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण पौराणिक राजा नल द्वारा करवाया गया था, जिनका यह मानना था कि शनि के प्रभाव के कारण उनकी सभी बाधाओं से उन्हें छुटकारा मिल गया। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, ज्योतिष में शनि ग्रह का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है और अगर कोई उन्हें खुश कर देता हैै, तो भगवान शनि उस पर अपनी कृपा बरसाते हैं। इसलिए, इस मंदिर का निर्माण शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करवाया गया था। मंदिर के बगल में एक पवित्र तालाब है, जिसे नल तीर्थम कहा जाता है। माना जाता है कि भक्तगण द्वारा इस तालाब में डुबकी लगाने से अपने सारे पापों से छुटकारा पाया जा सकता है। वहीं सनीश्वरन के साथ-साथ श्री वड़ार्यनेश्वर और बद्रकलीअम्मन मंदिरभद्रकाली अम्मन मंदिर, थिरुनलार के तीन मुख्य आकर्षण हैं। सनीश्वरन के अलावा, नौ नवग्रह मंदिरों में से अन्य आठ मंदिर तिरुनलार के पास स्थित हैं। आप हिंदू ज्योतिष में महत्त्व रखने वाले नौ खगोलीय पिंडों को समर्पित सभी नौ मंदिरों का एक दौरा कर सकते हैं।  

अन्य आकर्षण