यहां के अधिकांश आदिवासी अपनी टोपियां स्वयं बनाते हैं, जो सुपरिष्कृत रूप से सजी हुई होती हैं जिन्हें पक्षियों की चोंच और पंखों से सजाया जाता है और इसमें बालों के गुच्छे लाल रंग से रंग कर लगाए जाते हैं। इसके अलावा यहां टोकरी, बैग, और सामान रखने के डिब्बे जैसे कई उत्पाद बनाए जाते हैं। बेंत और बांस के उत्पाद बनाने का कौशल विशेष तौर से पुरुषों तक ही सीमित रहता है। इनसे रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें, जैसे धान, ईंधन, पानी को रखने और ढ़ोने के लिए टोकरियां, और देशी शराब बनाने के लिए पात्र बनाए जाते हैं। बांस की महीन पट्टियों और घास का इस्तेमाल करके और भी कई चीजें बनाई जाती है, जैसे कई प्रकार की चावल की प्लेट्स, तीर और धनुष, सर की टोपी, चटाई, कंधे पर टांगे जाने वाले झोले, आभूषण और गले का हार इत्यादि। नोक्टे और वेंचो जनजाति के लोग अधिकतर रंगीन बेंत वाली पट्टी का इस्तेमाल अपनी टोपी, कमरबंध, सिर की पट्टी और बाजू बंध आदि बनाने के लिए करते हैं।

अन्य आकर्षण