जम्मू और कश्मीर राज्य के पीर पंजाल पर्वत श्रंखला में पटनीटॉप स्थित है। यह हिल स्टेशन हरे भरे परिवेश में बर्फ से ढंके पहाड़ों और रंगीन खेतों से चारों ओर से घिरा हुआ है। इस परिवेश के कारण पटनीटॉप पर्यटन के लिए बेहतरीन जगह मानी जाती है। यह भौगोलिक रूप से शिवालिक पट्टी के पठार पर बसा है। पटनीटॉप हरे-भरे चीड़ के वृक्षों और घने जंगलों से ढका हुआ है। प्राचीन चिनाब नदी के कटाव से बने, पटनीटॉप की मंत्र मुग्ध कर देनी वाली प्राकृतिक सुंदरता, आपको हैरत में डाल देती है। पटनीटॉप में कई हरी-भरी घाटियां और बड़े-बड़े खाली खेत हैं, जहां अब पर्यटकों द्वारा कैम्प लगाए जाते हैं। कैम्पिंग यहां की सबसे जरूरी गतिविधियों में से एक है। पर्यटक यहां कैंपिंग, ट्रैकिंग और हाइकिंग जैसी साहसिक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।

पटनीटॉप से एक रोचक किंवदंती जुड़ी हुई है। माना जाता है कि इस क्षेत्र के हरे-भरे चरागाहों के बीच एक तालाब था। उस राज्य की राजकुमारी हर दिन उसमें स्नान करने जाती थीं। इसलिए इस तालाब को 'पाटन दा तालाब', या 'पॉन्ड ऑफ़ द प्रिंसेस' कहा गया। इस हिल स्टेशन पर मीठे पानी के तीन झरने हैं, जिनके ठंडे पानी को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है।

पटनीटॉप के बाहरी इलाके में कुद और बटोटे शहर हैं। कुद, पटिसा मिठाई के लिए प्रसिद्ध है, जिसे सोन पापड़ी के नाम से भी जाना जाता है, जबकि बटोट अपनी उच्च गुणवत्ता वाली किडनी बीन्स के लिए जाना जाता है, जिसे हिंदी में राजमा कहते हैं। जम्मू से लगभग 112 किमी और उधमपुर से 47 किमी दूर स्थित, पटनीटॉप हिल स्टेशन, जम्मू और कश्मीर के उधमपुर जिले में पड़ता है।