नासिक के बाहरी इलाके सिन्नर में स्थित गर्गोटी संग्रहालय जिओलाइट्स (सूक्ष्मरंध्रीय अलुमिनोसिलिकेट खनिज जो अधिशोषक के रूप में प्रयुक्त होते हैं) के संग्रह के लिए प्रसिद्ध है। यह देश का एकमात्र संग्रहालय है, जिसमें प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले खनिजों जैसे हीरे, कटे हुए पत्थर, पीले कैल्साइट के क्रिस्टल और कई अन्य दुर्लभ विदेशी खनिजों का संग्रह प्रदर्शित किया गया है। इसने 'प्राइड ऑफ इंडिया','सिन्नर गौरव' और 'सरस्वती पुरस्कार' जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं। के सी पांडे के व्यक्तिगत संग्रह को संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है, जो इसे विश्व के सबसे बड़े निजी रत्न और खनिज संग्रह में से एक बनाता है। यह दो दीर्घाओं, खनिज और प्रेस्टीज गैलरी में विभाजित है। दोनो में प्राकृतिक कीमती और मध्यम बहुमूल्य पत्थरों, जीवाश्मों और पत्थर के हस्तशिल्प प्रदर्शित किये गये हैं।
संग्रहालय में एक स्मारिका की दुकान भी है। आप यहां पोस्टकार्ड चित्रों, खनिज नमूनों आदि की खरीद कर सकते हैं। हर साल करीब 2,00,000 पर्यटक यहां आते हैं। यह छात्रों, खनिजविदों, वास्तुकारों और रत्न के अध्ययन और रोजगार में शामिल लोगों के बीच काफी लोक प्रिय है।

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