भीमताल झील

भीमताल झील पर्यटक परिपथ का एक प्रमुख पड़ाव है। यह समुद्र तल से 1,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसका नाम भीम के नाम पर महाभारत से लिया गया है। हरे-नीले पानी का एक विशाल खंड, झील चारों ओर फैली हरियाली से मंत्रमुग्ध करती । भीमताल 47 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां जलीय जीवन की विविधता देखी जा सकती है। सर्दियों के दौरान, यहां कई प्रवासी पक्षी दिखाई दे सकते हैं। झील को अच्छे तरीके से देखने का सबसे अच्छा माध्यम  एक नाव क्रूज़ है। शांत पानी के बीच तैरें और सुरम्य वातावरण की शांति में खुद को भिगो दें। झील के बीच में एक द्वीप है, जहां एक रेस्तरां, एक मंदिर और विभिन्न प्रकार की मछली प्रजातियों के साथ एक मछलीघर स्थित है।

भीमताल झील

नैनी झील

हरे -नीले पानी का एक विशाल अर्ध-आकार का फलाव, नैनी झील, हिल स्टेशन के मुख्य आकर्षणों में से एक है। एक सुरम्य स्थान, यह सात पहाड़ियों से घिरा है जो इसके नीले पानी में प्रतिबिंबित होते हैं, और इसे एक हरा रंग प्रदान करते हैं। ऊंचे-ऊंचे बलूत के पेड़ों के हरे-भरे जंगल इस ताजे पानी की झील के किनारे कतार बांधे खड़े हैं, जो विशाल हिमालय की तलहटी में स्थित है। नैनी झील को दो खंडों में विभाजित किया गया है- उत्तरी भाग को मल्लीताल कहा जाता है और दक्षिणी को तल्लीताल के नाम से जाना जाता है। लोग यहां पिकनिक का आनंद लेने के लिए आते हैं या बस ऐसे ही बैठे हुए शांत प्राकृतिक परिवेश का आनंद लेते हुए, अपने को  तनावमुक्त करते हैं। झील एक प्रमुख नौका विहार स्थल है और अधिकांश दिनों में, आप इसकी सतह पर खड़ी चप्पू से चलने वाली नौकाओं और थोड़ी छोटी नौकाओं को देख सकते हैं जो इसकी नैसर्गिक सुंदरता को देखने का एक बेहतरीन साधन हैं। एक असीम अनुभव के लिए, पर्यटक इसके आसपास बने होटलों और होमस्टे को  किराए पर लेकर रह सकते हैं। एक शानदार सूर्योदय देखने के लिए सुबह-सुबह जागें और धुंध से आच्छादित झील पर चहचहाते विभिन्न पक्षियों की आवाजें सुनें, जिनकी आश्रयस्थली वह झील ही है। झील पर जाने का सबसे अच्छा समय वार्षिक नाव की सवारी के त्योहार के दौरान होता है। एक अन्य आकर्षण नैनी मंदिर है जो इसके किनारों पर स्थित है।

नैनी झील