दक्षिणचित्र हेरिटेज म्यूज़ियम मामल्लपुरम के बाहरी इलाके में हैए भारत में अपनी तरह का यह अकेला संग्रहालय है। इस संग्रहालय की स्थापना वर्ष 1996 में की गई थी। इसका मूल उद्देश्य दक्षिण भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रसार.प्रचार करना था.विशेष रूप से इसकी कला और शिल्प का। यह प्रसार.प्रचार प्रदर्शनियों के माध्यम सेए पर्यटकों के लिए लोक संगीतए लोक नृत्य एवं दस्तकारी की कार्यशालाओं का आयोजन एवं नवोदित कलाकारों द्वारा प्रदर्शन करके किया जाता है। पर्यटक शिल्प बाजार का दौरा कर सकते हैंए जहां पूरे भारत से आए कारीगरए शिल्पकार और गैर सरकारी संगठन से जुड़े लोग सुंदर प्रदर्शनियां लगाते हैं। दक्षिणचित्र दक्षिण भारत के कलाए शिल्पए जीवन शैलीए संस्कृतिए वास्तुकला और प्रदर्शन कलाओं का संगम है। इसमें 18 ऐतिहासिक कक्ष हैंए जिनमें से हर एक में प्रदर्शनी है। पर्यटकों को वास्तुकला वाले कक्ष के प्रदर्शनी को अवश्य देखना चाहिए।

अन्य आकर्षण