लेह से शी मोनास्ट्री और पैलेस एक पत्थर फेंकने की दूरी पर है। इसे बुद्ध शाक्यमुनि की तीन मंजिला मूर्ति के लिए जाना जाता है। तांबे से बनी हुई इस तरह की यह मूर्ति इस क्षेत्र में अकेली है। महल के परिसर में कई बौद्ध मंदिर मौजूद हैं। भले ही अब यह खंडहर में तब्दील हो गया हो, लेकिन शी पैलेस का बाहरी भाग बेहद खूबसूरत है जिसे एक बार जरूर देखना चाहिए। कहा जाता है कि इस महल का निर्माण लद्दाख क्षेत्र के शासक डेल्डेन नामग्याल ने 17वीं शताब्दी की शुरुआत में किया था।