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लद्दाख क्षेत्र की सबसे बड़ी जामा मस्जिद लेह के बाजार के बीचोबीच स्थित है। भीड़भाड़ वाले इस बाजार के बीच इस मस्जिद को भव्य रूप से डिजाइन किया गया है। इसका द्वार इतना आकर्षक है कि लोग खुद.ब.खुद खिंचे चले आते हैं। यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। मस्जिद के प्रवेश द्वार पर पवित्र कुरान की आयतों को तराशा गया है।इसके साथ डबल गुंबददार डिजाइन लोगों को अपनी ओर खींचती है। मस्जिद में सूफी संत शाही हमदान स्मारक हैएजो एक सूफी संत मीर सैयद अली हमदानी को समर्पित है । 1666.67 ईस्वी के दौरान निर्मितए मस्जिद लद्दाखी शासकों के साथ मुगल मित्रता का प्रतीक थी। मस्जिद को कुछ साल पहले फिर से डिजाइन किया गया है। इस मस्जिद तक आसानी से पहुंचा जा सकता है