शहर के बाहरी इलाके में स्थित, थेट्टेककड पक्षी अभयारण्य, पेरियार नदी के उत्तरी तट पर स्थित केरल का पहला पक्षी अभयारण्य था। पश्चिमी घाट की तलहटी में एक उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन, इस पक्षी अभयारण्य में 300 से अधिक प्रजातियों का निवास है, जिनमें ब्रोंज्ड ड्रोंगो, श्रीलंकाई फ्रॉग माउथ, रैकेट-टेल ड्रोंगो, शामा, मालाबार तोते, मालाबार ग्रे हॉर्नबिल, सफेद-नीले रंग के फ्लाईकैचर इत्यादि प्रमुख हैं। महोगनी, सागौन और शीशम के खूबसूरत वृक्षारोपण के बीच जंगल में सरीसृपों और 28 प्रकार के स्तनधारियों की लगभग नौ प्रजातियां हैं। इसे प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी डॉ. सलीम अली द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था, जिन्होंने इसे प्रायद्वीपीय भारत में सबसे समृद्ध पक्षी आवास कहा था।अभयारण्य 25 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें सदाबहार और उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वनस्पति निहित हैं।

अन्य आकर्षण