लगभग 88 वर्ग किलोमीटर में फैला न्योरा घाटी राष्ट्रीय पार्क भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र का सबसे संपन्न जैव-संपदा क्षेत्र है। समुद्र तल से 3200 मीटर तक की ऊंचाई तक को छूने वाला यह पार्क दुर्लभ लाल पांडा को उसके प्राकृतिक आवास में देखने के लिए सबसे उत्तम स्थानों में गिना जाता है। कई स्थानों पर तो यह पार्क इतना अधिक घना है कि सूरज की रोशनी को भी धरती तक पहुंचने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ता है। अपने घनेपन के कारण ही इस पार्क का अधिकांश हिस्सा काफी दुर्गम है। इस पार्क में लाल छाती वाला कठफोड़वा, दार्जिलिंग का कठफोड़वा, कई तरह की कोयल, पहाड़ी बाज, किंग कोबरा, बिलाव, भालू, जंगली सुअर, तेंदुआ, हिरण जैसे विभिन्न किस्म के जानवर, पक्षी आदि पाए जाते हैं। इस पार्क की सबसे ऊंची जगह रछेला पास है। इस पार्क की बनावट अनोखी है और यह कहीं एकदम सपाट, कहीं गहरा तो कहीं बिल्कुल ही ऊंचाई पर स्थित है। इस पार्क की पृष्ठभूमि में कंचनजंगा की चोटी को निहारा जा सकता है।

अन्य आकर्षण