आमतौर पर सेकाटा केई के रूप में जाना जाने वालाए सेकाता पुरातात्विक जीवंत संग्रहालयए इम्फाल के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है और यह पुरातत्वविदोंए इतिहासकारों और पर्यटकों को दुनिया के सभी हिस्सों से आमंत्रित करता रहा है। संग्रहालय की एक यात्रा से 14 वीं और 15 वीं शताब्दी के दौरान मणिपुर में जनजातियों के इतिहास को देखा जा सकता है और प्राचीन पुरातन वस्तुओं का पता लगाने का एक दुर्लभ अवसर का भी लाभ उठाया जा सकता है। संग्रहालय के विभिन्न खंड प्राचीन काल के दौरान आदिवासियों द्वारा निभाए जाने वाले परम्पराओं और अनुष्ठानों से आगंतुकों का परिचय कराते हैं। संग्रहालय में आभूषणोंए उत्तम मिट्टी के बर्तनोंए अर्धण्कीमती पत्थरों और धातु से बने उपकरणों का भीए एक अनूठा संग्रह है। आगंतुक पहले के मीती और नागा शासकों से संबंधित दुर्लभ कलाकृतियों के बारे में भी जान सकते हैं। यह संग्रहालय एक पुरातात्विक स्थल पर स्थित है जिसकी खुदाई भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यएएसआईद्ध और मणिपुर के पुरातत्वविदों ने की थी। खुदाई में छह चिह्नित कब्रगाह का पता चला। एक कब्र का टीला अभी भी राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित किया गया है। लगभग 0ण्35 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआए सेकाता टीला एक दिलचस्प यात्रा का गन्तव्य बन सकता है। संग्रहालय इम्फाल से 16 किमी की दूरी पर स्थित है।

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