स्थानीय रूप से मैबाम लोतपाचिंग के नाम से जाना जाने वालाए तिद्दिम मार्ग पर स्थित लाल पर्वत विशाल ऐतिहासिक महत्व रखता है और इम्फाल के करीब सबसे ज्यादा घूमें जाने वाले क्षेत्रों में से एक है। यहीं पर 1944 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानियों और ब्रिटिश सेनाओं के बीच एक भीषण युद्ध हुआ था। आज यह पहाड़ी अपने शांति स्मारक के लिए जानी जाती है। युद्ध में वीरगति को प्राप्त जापानी सैनिकों के सम्मान मेंए जापानी युद्ध के दिग्गज लेफ्टिनेंट जनरल इवैची फुजिवारा द्वारा निर्मितए भारतीय शांति स्मारकए का उद्घाटन 1994 में इम्फाल की लड़ाई की 50 वीं वर्षगांठ पर किया गया था। पर्यटक आज भी एक जंग लगी पुरानी तोप देख सकते हैंए जिसे लड़ाई में इस्तेमाल किया गया था और ये लाल पहाड़ी पर ही तैनात थी। पर्यटक मोइरंग में आईएनए युद्ध संग्रहालय भी जा सकते हैंए जो लाल पर्वत से 28 किमी की दूरी पर स्थित है। इसी संग्रहालय में सुभाष चंद्र बोस ने पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। रेड हिल इम्फाल के बाहरी इलाके में स्थित है।

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