दिल्ली का ऐतिहासिक रत्न, राय पिथौरा किला या लाल कोट का निर्माण राजपुर के राजा पृथ्वी राज चौहान द्वारा किया गया था, इसलिए इसे राय पिथौरा भी कहा जाता था। यह विशाल किला आज भी अपनी भव्यता लिए जाना जाता है, इस किले के अवशेषों को कुतुब मीनार, साकेत, वसंत कुंज, मेहरौली और किशनगढ़ के क्षेत्रों में देखा जा सकता है। ऐसा कहा जाता है कि यहां पर पहले, राय पिथौरा नाम का एक शहर था, जिसकी चारों ओर से किलाबंदी की हुई थी। इसे दिल्ली का पहला शहर माना जाता है, जिसका निर्माण 8 वीं शताब्दी में तोमर राजाओं के द्वारा किया गया था। ऐसा कहा जाता है कि जब पृथ्वी राज चौहान कुतुब-उद-दीन ऐबक से हार गये थे, तो यह किला मामलुक वंश के कब्जे में आ गया था। तब से लेकर आज तक किले के ढांचे में कोई नवीनीकरण नहीं हुआ। आज, यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अंतर्गत आता है और यह किला घूमने के लिए एक दिलचस्प जगह है।

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