आइना महल की शाही भव्यता में बढ़ोतरी करते हुए, प्राग महल, उसके बगल में ही स्थित है। तालवी संगमरमर व बलुआ पत्थर से निर्मित, महल में बड़े-बड़े हॉल हैं और 45 मीटर ऊंची घंटियां टांगने के लिए बनी एक मीनार, जो यात्रियों को सबसे ज्यादा लुभाती है। घंटाघर, जिसे भारत में अपनी तरह का दूसरा विशालतम घंटाघर माना जाता है, एक अन्य आकर्षण है। इसके ऊपर से शहर को देखा जा सकता है। बीते समय की शाही भव्यता को दर्शाने वाले महल के भव्य दरबार हॉल में विभिन्न प्रकार की प्राचीन मूर्तियां और झूमर हैं। प्राग महल में एक संग्रहालय भी है जो शाही परिवार के अवशेष और व्यक्तिगत संग्रह को प्रदर्शित करता है।

इस महल को 1860 के दशक में जडेजा वंश के राजा प्रागमलजी ने बनवाया था। यह एक प्रसिद्ध वास्तुकार और एक ब्रिटिश सेना अधिकारी, कर्नल हेनरी सेंट विल्किंस द्वारा डिजाइन किया गया था, और वास्तुकला की एक विशिष्ट इतालवी-गोथिक शैली को दर्शाता है। इसके प्रांगण में एक छोटा सा हिंदू मंदिर है।

अन्य आकर्षण