बेंगलुरु से लगभग 90 किलोमीटर दूर तमिलनाडु के सुरम्य परिवेश में स्थित कृष्णगिरी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह अपने संग्रहालयों, धार्मिक मंदिरों और पुरातात्विक स्थलों से पर्यटकों को आकर्षित करता है, जो नवपाषाण काल, महापाषाण काल (मोनोलिथिक) और पुरापाषाण काल की हैं। कृष्णगिरि में सबसे लोकप्रिय आकर्षण परसा पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम है। देवी पद्मावती के इस मंदिर में देश के सभी हिस्सों से भक्त आते हैं। प्रकृति प्रेमी यहां से थली की घाटी की ओर बढ़ सकते हैं और हरे-भरे घाटी की प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठा सकते हैं। कृष्णगिरी का किला जो अब खंडहर बन चुका है, इसके बावजूद भी यह इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करता है। यहां का कृष्णगिरि बांध एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है। यह बांध एक खूबसूरत पार्क है। बांध के आस-पास के स्थलों को सौंदर्यीकरण परियोजनाएं से आकर्षक बनाया गया है। ऐसा कहा जाता है कि कृष्णगिरि पर चोलों, चेरों, पांड्यों और नुलंबों जैसे विभिन्न राजवंशों ने कभी-न-कभी शासन किया था और इस तरह यह बहुलता में विरासत और परम्परा को समेटे हुए है। इस शहर में पूरे देश के पर्यटक पहुंचते हैं, जो यहां डेनिकिकोट्टाई के जंगलों में रहने वाले मूल निवासी आदिवासी समुदायों को देखने आते हैं।

अन्य आकर्षण