शहर का प्रमुख संग्रहालय, 'स्वराज भवन' नेहरू परिवार की अनदेखी तस्वीरों से सुशोभित है। यह कभी भारत के पहले प्रधानमंत्री, जवाहरलाल नेहरू के पिता मोती लाल नेहरू का घर हुआ करता था। मोतीलाल नेहरू ने इसे एक जीर्ण भवन के तौर पर 19,000 रूपए में खरीदा था। फिर उन्होंने इसे एक राजसी निवास में बदल दिया। उन्होंने वर्ष 1930 में अपना यह घर देश को दान कर दिया।आरंभ में स्वराज भवन कांग्रेस का मुख्यालय था। देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जन्म स्थली स्वराज भवन ही थी।

इस संग्रहालय का दौरा करते समय पर्यटक यहां ऊंची-ऊंची छत वाले वे कमरे देख सकते हैं, जहां कई ऐतिहासिक बैठकें हुआ करती थीं और अनेक अभियानों की योजना बनाई जाती थी। आप वह आलीशान फर्नीचर भी देख सकते हैं; जिसका प्रयोग नेहरू जी किया करते थे। फ़ारसी चित्रपट से लेकर वेनिस के कांच के बने सामानों से सजा यह घर भव्यता की एक अलौकिक तस्वीर बयां करती है।

अन्य आकर्षण