वैंटौंग जलप्रपात

मिज़ोरम राज्य में सबसे ऊंचा और सबसे शानदार झरना, वैंटौंग जलप्रपात घने जंगलों के बीच स्थित है और ऊंचाई से गिरने वाले दूध की धारा जैसा दिखता है। 750 फीट से नीचे गिरता हुआ यह जलप्रपात भारत में 13वाँ सबसे ऊंचा झरना माना जाता है। चूँकि यह स्थान बांस के पेड़ों से घिरा हुआ है और इलाक़ा थोड़ा मुश्किल है, इसलिए पर्यटकों को इस झरने का आनंद सहजता से उपलब्ध करवाने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा एक व्यू पोस्ट बनाई गई है। इस झरने का जल स्रोत वनवा नदी से जुड़ा हुआ है।

एक किंवदंती के अनुसार, इस झरने का नाम एक उत्कृष्ट तैराक के नाम पर रखा गया है, जिसे वैंटौंग कहा जाता था और जिसकी तैराकी क्षमता मछली जैसी थी। यह माना जाता है कि एक बार जब वह झरने के नीचे स्थित तालाब में तैर रहा था, तो एक बहते हुए पेड़ के तने से टकरा कर उसकी मृत्यु हो गई थी। वैंटौंग जलप्रपात आइज़ॉल से लगभग 137 किमी दूर स्थित है।

वैंटौंग जलप्रपात

दम्पा टाइगर रिजर्व

500 वर्ग किमी के क्षेत्र में व्याप्त दम्पा टाइगर रिजर्व मिजोरम राज्य में स्थित सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है। इस अभयारण्य में हाथियों, गौर, बिंटुरोंग, ढोल, भालू, बाघ के साथ-साथ हॉर्नबिल, जंगल फाउल, तीतर और कबूतर पाए जाते हैं। उभयचरों और सरीसृपों की अच्छी संख्या के साथ-साथ यहाँ छिपकली की 16 प्रजातियों भी पाई जाती हैं। आइज़ॉल से लगभग 130 किमी दूर स्थित दम्पा टाइगर रिजर्व की यात्रा का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल के बीच है। अभयारण्य में आने से पहले, आगंतुकों को मिजोरम के पर्यावरण और वन विभाग से संपर्क स्थापित करने की आवश्यकता होती है। यह अभयारण्य राज्य की उत्तरी-पश्चिमी सीमा पर स्थित है और पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ 80 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है।

दम्पा टाइगर रिजर्व