जंगल बेल्स नेचर कैंप

यदि आप परफेक्ट हॉलिडे और नेचर की गोद में कुछ समय बिताना चाह रहे हैं, तो पूर्वी घाट के घनी जंगलों में बसे इस लोकप्रिय रिसॉर्ट का रुख कर सकते हैं। इसकी स्थापना आंध्र प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा की गई है। पर्यटक यहां बर्डवॉचिंग, हाइकिंग और ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं या प्रकृति की स्निग्धता में कुछ समय बीता सकते हैं। यहां स्विमिंग पूल में गोते लगाना या व्यायामशाला में कुछ कैलोरी बर्न करना या मसाज सेंटर में चिकित्सीय मालिश करवाना जैसे कई विकल्प है, जिनका आप लुत्फ उठा सकते हैं। आप नेचर कैंप में मौजूद बहु-व्यंजन रेस्टोरेंट में तरह-तरह के भोज्य पदार्थों का आनंद ले सकते हैं। यहां कैम्पफायर नाइट के आयोजन के लिए कर्मचारियों द्वारा विशेष व्यवस्था की जाती है, जहां आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ एक यादगार समय बिता सकते हैं और अद्भुत धिम्सा नृत्य का आनंद ले सकते हैं।

जंगल बेल्स नेचर कैंप

ऋषिकोंडा बीच

विशाखापट्नम के सबसे बेहतरीन समुद्र तटों में से एक, ऋषिकोंडा बीच की सुनहरी रेत के कालीन पर नीला रंग का पानी अठखेलियां करता हुआ प्रतीत होता है। बंगाल की खाड़ी के करीब फैले इस तट पर आसपास के क्षेत्रों के पर्यटक यहां घूमने आते हैं। पूर्वी घाट की पहाड़ियों के बीच यह क्षेत्र पर्यटकों को सुखद अनुभव प्रदान करता है। जल की प्रचुरता के कारण यह स्थान तैराकी, वाटर स्कीइंग और विंडसर्फिंग के लिए एक आदर्श स्थान है। आंध्र प्रदेश के पर्यटन विभाग ने रेस्टोरेंट और अन्य उपयोगी सुविधाओं के साथ समुद्र तट के आसपास कॉटेज का भी निर्माण किया है, जो ऋषिकोंडा बीच पर पर्यटकों के लिए ठहरने का एक बेहतरीन साधन है। जब समुद्र के किनारे चहलकदमी करती हुई ठंडी-ठंडी हवा आपके शरीर को स्पर्श करती है, तो यह अनुभव वास्तव में आपको तरोताज़ा कर देता है। पर्यटक सुबह और शाम समुद्र के किनारे टट्टू (एक प्रकार का छोटा घोड़ा) की सवारी का लुत्फ भी उठा सकते हैं।

ऋषिकोंडा बीच

रामकृष्ण बीच

विशाखापट्नम का सबसे लोकप्रिय स्थल सुंदर रामकृष्ण बीच है। इसे अपना नाम रामकृष्ण मिशन आश्रम से मिला है, जो समुद्र तट पर स्थित है। इसे आर.के. समुद्र तट के रूप में जाना जाता है, जो पर्यटक और स्थानीय लोग दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र है। शांत वातावरण के बीच समुद्र तट पर सूर्यास्त की अलौकिक छटा का आनंद लेने के लिए इस बीच का दौरा ज़रूर करें। पर्यटक लोकप्रिय खेल जैसे- तैराकी, धूप सेंकना, सर्फिंग और बीच वॉलीबॉल का आनंद ले सकते हैं। पर्यटक समुद्र के किनारे ऊंट की सवारी के साथ-साथ पारंपरिक फिशिंग बोट की सवारी भी कर सकते हैं या समुद्र में लोकल क्रूज का आनंद भी ले सकते है। आसपास के अन्य दर्शनीय स्थलों में काली मंदिर, आईएनएस कुरसुरा पनडुब्बी संग्रहालय, टीयू -142 एम विमान संग्रहालय और विशाखापट्नम संग्रहालय शामिल हैं। सच में इस समुद्र तट की अद्भुत शांति और यहां का मौज-मस्ती वाला वातावरण आपको एक खूबसूरत अहसास देगा।

रामकृष्ण बीच

लॉसन्स के बे बीच

विशाखापट्नम के कई समुद्र तटों में से एक, लॉसन्स के बे बीच, जिसे पीडावाल्टेयर (Pedawaltair) बीच भी कहा जाता है, प्रकृति की बाहों में शांति का अनुभव करने के लिए यह एकदम उपयुक्त स्थान है। रामकृष्ण बीच से कैलासगिरि पहाड़ियों तक जाने के रास्ते के बीच यह शांत और निर्मल समुद्र तट स्थित है। इस विशाल समुद्र में मौजूद शीशे की भांति दिखने वाला पानी, इसे सर्फिंग, तैराकी और सनबाथ के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। समुद्र तट के सुरम्य स्थल आपको पूरी तरह से कायाकल्प कर देंगे। पर्यटक हाल ही में खुले लॉसन बे बीचफ्रंट पार्क की यात्रा कर सकते हैं, जो एक शानदार पिकनिक स्थल है। रामकृष्ण समुद्र तट पर भीड़भाड़ को कम करने के उद्देश्य से तट के समीप निर्मित एक पार्क में सुंदर पैदल रास्ते बनाए गए हैं, उसके आसपास हरे भरे पेड़ लगाए गए हैं। समुद्र तट पर क्वालिटी टाइम बिताने के बाद, पर्यटक पास के लॉसन बे कॉलोनी का रुख कर सकते हैं, जो विशाखपट्नम के सबसे खूबसूरत आवासीय क्षेत्रों में से एक है। यहां की हरी-भरी गलियों में टहलने का मज़ा ही कुछ और है।

लॉसन्स के बे बीच

अनंतगिरि

आंध्र प्रदेश का एक लोकप्रिय हिल स्टेशन, अनंतगिरि, विशाखापट्नम और अराकू घाटी के बीच स्थित है। यहां शानदार वीकेंड बिताने के लिए जाया जा सकता है। यहां सुरम्य कॉफी बागानों की अंतहीन श्रृंखला है। इस क्षेत्र के तत्कालीन शासक हिल स्टेशन में गर्मियों की छुट्टियां बिताते थे। अनंतगिरि अपने कई झरनों, फलों के बागों, गहरे गड्ढे, पहाड़ी क्षेत्रों और संकरी घाटियों के लिए लोकप्रिय है। इन सभी में चपाराई झरना सबसे अधिक प्रसिद्घ है। इसे 'डमब्रिगुडा फॉल्स' के नाम से भी जाना जाता है। इसी के नज़दीक स्तिथ बोर्रा गुफाएं भारत में सबसे बड़ी गुफाओं में से एक है, जहां पर्यटक इन गुफाओं में लाखों वर्ष पुराने स्टैलक्टाइट एंड स्टैलग्माइट संरचना को भी देख सकते हैं। पर्यटक यहां पद्मापुरम बॉटेनिलक गार्डन का भी जायज़ा ले सकते हैं। यहां पर स्तिथ भावानसी का पवित्र झरना भी आपकी यात्रा को यादगार बना सकता है। यह पर्वत श्रंखला औषधीय जड़ी बूटी सहित भांति-भांति की वनस्पति और जीव जंतु से सम्पन्न है। अनंतगिरि विशाखापट्नम से लगभग 87 किलोमीटर दूर है, यहां आपको अवश्य जाना चाहिए।

अनंतगिरि

भीमुनिपटनम बीच

भीमुनिपटनम बीच, भीमिली के रूप में अधिक प्रसिद्ध है। यह देश के सबसे बढ़े बीचों में से एक है, जिसकी लंबाई लगभग 25 किलोमीटर है। यह बीच अपनी लोकप्रियता के बावजूद शांत और निर्मल है, इसे डच किले और कब्रिस्तान के लिए जाना जाता है। विशाखापट्नम के बाहरी इलाके में स्थित, यह समुद्र तट आंध्र प्रदेश के सबसे अनोखे आकर्षणों में से एक है, जो देश के सभी कोनों से पर्यटकों को आकर्षित करता है। हरे-भरे नारियल के बागानों से घिरा यह समुद्र तट शांत और सुंदर है। यह छोटी मूर्तियों के साथ-साथ बुद्ध की एक बड़ी मूर्ति के लिए भी प्रसिद्ध है, जहां उन्हें अपने शिष्यों के साथ अपनी शिक्षाओं को साझा करते हुए देखा जा सकता है। भीमुनिपटनम समुद्र तट विशाखापट्नम से लगभग 24 किमी की दूरी पर स्थित है, एक दिन की यात्रा के लिए यह स्थल उत्तम है। शहर से समुद्र तट के लिए ड्राइव करते हुए यहां के माहौल में अकथनीय आनंद का आभास होता है।

भीमुनिपटनम बीच

इंदिरा गांधी ज़ूलॉजिकल गार्डन

625 एकड़ में फैला इंदिरा गांधी ज़ूलाजिकल गार्डन, कम्बलाकोंडा रिजर्व फ़ॉरेस्ट के बीच स्थित है, जहां पर्यटक जानवरों की 80 प्रजातियों को देख सकते हैं। विशाखापट्नम के बाहरी इलाके में स्थित, यह देश का तीसरा सबसे बड़ा चिड़ियाघर है और इसमें एक बायोस्फियर लर्निंग सेंटर और एक पुस्तकालय भी है। यहां के कुछ सामान्य जानवर जैसे- बाघ, पूमा, तेंदुआ, शेर, जगुआर, रीसस बंदर, सियार, हाइना, भेड़िए, हाथी, चित्तीदार हिरण, सांबर, बिज्जू और लंगूर आसानी से देखे जा सकते हैं। पार्क में कई जीव-जंतु जैसे अजगर, छिपकली और सांप भी सहज ही देखे जा सकते हैं। सारस, चितकबरे हार्नबिल, मोर और बत्तख कुछ ऐसे पक्षी हैं जिन्हें आप पार्क में देख सकते हैं। पार्क में तितलियों और पतंगों के लिए एक अलग खंड भी है। इस खंड की दीवारों पर चित्रों और इन सुंदर प्राणियों के बारे में जानकारी लिखी गई है। पर्यटक पार्क के अंदर एक मिनी ट्रेन की सवारी करते हुए इस पूरे क्षेत्र को देख सकते हैं।

इंदिरा गांधी ज़ूलॉजिकल गार्डन

डॉल्फिन नोज

विशाखापट्नम के सबसे भव्य आकर्षणों में से एक, डॉल्फिन नोज़, एक प्राकृतिक अजूबा है। शहर के सभी हिस्सों से साफ-साफ देखी जा सकने वाली इस पहाड़ी का स्वरूप कुछ डॉल्फ़िन की नाक से मिलता-जुलता है, इस कारण ही इस विलक्षण पहाड़ी को यह नाम दिया गया है। यह सबसे अधिक लोकप्रिय स्थलों में से एक है। इसे यारदा कोंडा के नाम से भी जाना जाता है। इसका नाम पास की पहाड़ियों के समीप स्थित एक मछली पकड़ने वाले गांव से मिलता है, जोकि पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय है। डॉल्फिन नोज़ पर एक लाइट हाऊस भी है, जो वर्ष 1960 के दशक के मध्य में बनाया गया था, यहां से समुद्र का नज़ारा बेहद ही शानदार दिखता है। इसे समुद्र में 64 किमी दूर से भी देखा जा सकता है। डॉल्फिन हिल भारतीय नौसेना बेस के अंतर्गत आती है, जिस कारण पहाड़ी पर कुछ प्रतिबंधित क्षेत्र भी हैं, इसके बावजूद भी अधिकांश अनोखे स्थलों पर पर्यटकों को जाने की अनुमति होती है।

डॉल्फिन नोज

कैलासगिरी

304 मीटर की ऊंचाई की पहाड़ी की चोटी पर स्थित, कैलासगिरी पार्क विशाखापट्नम का एक प्रमुख आकर्षण और एक अनोखा पिकनिक स्थल है। 380 एकड़ में फैले इस पार्क के आसपास पहाड़ियां और शानदार दृश्य देखे जा सकते हैं। यह पार्क भगवान शिव और देवी पार्वती की 40 फीट ऊंची मूर्ति के लिए भी प्रसिद्ध है, जो विशाखापट्नम का एक लोकप्रिय प्रतीक बन गया है। भले ही पार्क तक सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है, लेकिन यहां पहुंचने का सबसे अच्छा माध्यम रोपवे है। पर्यटक इस रोपवे से होते हुए शहर के लुभावने दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। बच्चों के लिए यह पार्क एक रोमांचक टॉय ट्रेन राइड भी ऑफर करता है। इस राइड में बच्चों को ट्रेन पर पार्क के इर्द-गिर्द घुमाया जाता है। पार्क के अन्य लोकप्रिय आकर्षणों में फ्लोरल क्लॉक, टाइटैनिक व्यूप्वाइंट, शांति आश्रम और अद्भुत वनीय पगडंडियां शामिल हैं। यहां बच्चों के खेलने के लिए भी जगह है, जहां वे घुड़सवारी और अन्य आनंददायक गतिविधियों का लुत्फ उठा सकते हैं। कैलासगिरी, ग्लाइडिंग के शौकीनों के लिए एक हेवन (आश्रय स्थल) के रूप में उभरा है, जो पर्यटकों को अद्भुत ग्लाइडिंग सुविधाएं प्रदान करता है।

कैलासगिरी

अराकू घाटी

आंध्र प्रदेश के केंद्र में स्थित, अराकू घाटी, विशाखापट्नम के पास सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक हैं। पहाड़ों और हरे-भरे जंगलों से घिरी यह घाटी विश्राम करने और अपनी आत्मा को सुकून देने की सबसे बढ़िया जगह है। 2,990 फीट की ऊंचाई पर स्थित, पूर्वी घाट की पर्वत श्रृंखलाएं प्रकृति प्रेमियों और ऐड्वेन्चर लवर्स की पसंदीदा जगह है। इस घाटी का मुख्य आकर्षण, चपराई झरना है, जिसे 'डमब्रिगूडा' झरने के नाम से भी जाना जाता है। यह झरना घाटी से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और पर्यटक इस घाटी को एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल के रूप देखते हैं। जो पर्यटक घाटी देखने आएं, वे अराकू आदिवासी संग्रहालय भी देख सकते हैं। यह संग्रहालय अराकू घाटी के लोगों के जीवन के बारे में बहुत कुछ कहता है। इस तरह यहां आने वाले पर्यटक आदिवासियों के इतिहास को भी जान सकते हैं।

अराकू घाटी