जामखंडी शहर, पटवर्धन वंश के शासकों द्वारा निर्मित प्रतिष्ठित पटवर्धन पैलेस के लिए प्रसिद्ध है, जिन्होंने मराठों की तरफ़ से इस क्षेत्र पर दशकों तक शासन किया। शहर का एक अन्य आकर्षण मेलगिरी केम्पलिंगेश्वर मंदिर है। यह मंदिर पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यहां पर्यटक सूर्योदय और सूर्यास्त के अद्भुत दृश्य देखने आते हैं। जामखंडी क्षेत्र में सात झीलें भी हैं, जो कई शताब्दियों तक शहर के लोगों के लिए पानी का प्रमुख स्रोत थी। जामखंडी, मार्च के महीने में वार्षिक पशु मेले के आयोजन के लिए भी प्रसिद्ध है।

जामखंडी एक विपुल पौराणिक महत्व का स्थल है। यह पर्यटकों को अपने शाही महल और प्राचीन मंदिरों से आकर्षित करता है। पटवर्धन के पूर्व एक बार यह शहर, मराठों की राजधानी रह चुका है। जामखंडी का नामकरण जम्बुकेश्वर को समर्पित प्राचीन चालुक्य मंदिर के आधार पर किया गया है। किंवदंतियों के अनुसार, इसी स्थान पर पक्षीराज जटायु ने भगवान राम को राक्षस रावण द्वारा सीता देवी के अपहरण के बारे में सूचित किया था। एक दूसरी किंवदंती यह भी है कि रेणुका देवी के पति महर्षि जमदाग्नि ने जामखंडी की गुफाओं में जाकर ध्यान लगाया था।

अन्य आकर्षण