चेरापूंजी

धरती पर सबसे ज्‍़यादा बरसाती स्थानों में से एक, चेरापूंजी 4,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह आश्चर्यजनक स्थान धुंध भरी वादियों के बीच, उफनती नदियों और घने बादलों से घिरा है। इसकी नैसर्गिक सुंदरता और बारहमासी धुंध इसे शहर के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक बनाती है। 'चेरापूंजी' नाम का अर्थ संतरों की भूमि है।इसका केवल एक मौसम है-मानसून। बारिश हल्की से मध्यम से भारी होती रहती है, लेकिन साल भर होती है। दिलचस्प बात यह है कि ज़्यादातर बारिश रात में होती है और मौसम की वजह से दिन के कामकाज में रुकावट नहीं आती।सबसे भारी वर्षा मई-सितंबर में होती है और इस दौरान चेरापूंजी छोटी-छोटी नदियों का एक समंदर बन जाता है। छतों से टकराने वाली बारिश की बूंदों की तड़तड़ का मज़ा लिया जा सकता है और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की बारिश के मधुर संगीत में खोया जा सकता है।भारी-भरकम बरसात रुकने के बाद, इस जगह की वनस्पति कोमल पीली रंगत ओढ़ लेती हैं और आसमान की स्‍लेट पर खूबसूरत इंद्रधनुषी रंग छा जाते हैं।

चेरापूंजी

जोवाइ

ह शिलाॅन्‍ग शहर से लगभग 64 किमी की दूरी पर स्थित है और यह जैन्तिया पहाड़ियों का प्रशासनिक मुख्यालय होने के साथ एक वाणिज्यिक केंद्र भी है। यह 'मिन्टडू' नदी के पास स्थित है और आसपास के अद्भुत नज़ारे प्रस्तुत करता है। इस शहर के प्रमुख आकर्षणों में ला मुसिआंग का गुलज़ार बाज़ार और सबसे पुराना जोवाइ प्रेस्बिटेरियन चर्च हैं। पर्यटक ट्रिशी फॉल्स की यात्रा का मज़ा भी ले सकते हैं, जिनकी तुलना सुंदर एलिफंट फॉल्स से अक्सर की जाती है। एक पुल, झरने को धान के विशाल खेतों से जोड़ता है और एक यहां से पाइनथोर नियिन का विहंगम दृश्‍य देखा जा सकता है। साहसिक और खोजी अभियानों के प्रेमी झरने के पेंदे तक ट्रेक कर सकते हैं जो कि एक अद्भुत अनुभव बनता है। बेह्देइन्क्लाम नाम का एक चार-दिवसीय त्योहार, जुलाई में आयोजित किया जाता है और यह काफी लोकप्रिय है।

जोवाइ

लेटलम घाटी

मेघालय राज्य का विहंगम और सुरम्य नज़ारा देखने के लिए लेटलम घाटी एक आदर्श स्थान है। 'लेटलम कैनियन' नाम का शाब्दिक अर्थ है दुनिया का अंत या पहाड़ियों का अंत। यह शिलॉन्‍ग शहर से लगभग 45 किमी दूर स्थित है। लंबे, चट्टानी और हरे भरे ट्रेक्‍स के चलते यह जगह ट्रेकर्स, ऍडवेंचर प्रेमियों और रोमांच चाहने वालों को अत्‍यधिक आनंद दे सकती है। हालांकि यह इलाका थोड़ी मुश्किलें पेश कर सकता है, लेकिन सबसे अच्छा नज़ारा भी दिखाता है। पहाड़ के बाज़ू में बनी कोई 3000 पायदानों की एक लंबी सीढ़ी गांव और निकटतम बाज़ार के बीच का एकमात्र मार्ग है। यात्रा करने का सबसे अच्छा समय दोपहर है क्योंकि सुबहें अक्‍सर कोहरे में लिपटी होती हैं।

लेटलम घाटी

डॉकी

अपनी कमर कस लें और शिलॉन्ग शहर से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्ग के सीमा शहर डॉकी की 95 किमी लंबी शानदार ड्राइव पर चलें। जैन्तिया हिल्स में बसा यह शहर भारत और बांग्लादेश के बीच एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है। डॉकी के रास्ते में गहरी घाटियां और दर्रे आपका स्‍वागत करते हैं और डॉकी के ऐन पहले उमन्‍गोट नदी पड़ती है, जिसमें मार्च-अप्रैल के दौरान अमसियम में आयोजित होने वाली वार्षिक नौका दौड़ होती है। पर्यटक यहां नौका विहार और आसपास के सुरम्‍य वातावरण का आनंद लेने के लिए आते हैं। 1932 में उमन्‍गोट नदी पर अंग्रेजों द्वारा निर्मित सस्पेंशन ब्रिज अद्भुत रूप से एक सुंदर नज़ारा है।

डॉकी

उम्‍लावन गुफाएं

उम्‍लावन गुफा जोवाइ से लगभग 60 किमी पूर्व में स्थित है और साहसिक अभियान-प्रेमियों और बैकपैकर्स के लिए एक रोमांचक गंतव्य है। यह भारतीय उप-महाद्वीप में सबसे लंबे गुफा-क्रम में से एक माना जाता है और यह दो गुफाओं-उम्‍स्‍कोर और कोट-सती से जुड़ा हुआ है, और इसकी लंबाई कोई 21 किमी है। इस अ-दूषित और ना-मालूम गुफा संरचना स्टैलेक्टाइट और स्टैलेग्माइट बनावटें हैं। इसमें 24 क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर प्रवेश द्वार हैं, इसलिए गुफा का कोई भी हिस्सा निकटतम प्रवेश द्वार से एक घंटे से अधिक दूरी पर नहीं है। हालांकि, मानसून के दौरान, गुफा का प्रवेश द्वार जलमग्न हो जाता है और गुफा के अंदर तैर कर जाना पड़ता है।गुफा का ज़्यादातर उपयोग ग्रामीणों द्वारा कपड़े धोने के लिए किया जाता है। शिलॉन्‍ग से यहां मोटरकार से आया जा सकता है।

उम्‍लावन गुफाएं

उमियम झील

उमियम झील मेघालय की सबसे बड़ी कृत्रिम झीलों में से एक है जो शिलॉन्‍ग से लगभग 15 किमी दूर स्थित है। इसे ज्‍़यादा आसानी से बारा पानी या बड़े पानी के रूप में पहचाना जाता है, और यह लगभग 220 वर्ग किमी क्षेत्र में पसरी है। चारों ओर की सिल्वन पहाडि़यां और हरे खासी चीड़ वृक्ष इस विशाल झील के वैभव को बढ़ाते हैं। पनबिजली उत्पादन हेतु पानी का भंडारण करने के लिए उमियम नदी पर बांध बांधते समय इसे बनाया गया था। हालांकि इसे शुरू में बांध या जलाशय के रूप में स्थापित किया गया था, लेकिन अब यह एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यह पानी के खेल और साहसिक सुविधाओं जैसे कायॅकिंग, वॉटर साइकिलिंग, स्कूटिंग और बोटिंग के लिए भी जाना जाता है।

झील के सुरम्य और भव्‍य पर्यावरण के चलते इसकी तुलना अक्सर स्कॉटलैंड की खूबसूरत झीलों से होती है। इसके तट के निकट एक सुंदर बगीचा है लुम नेहरू पार्क, जो पक्षी-अध्‍येताओं के लिए एक अनिवार्य स्थल है। एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल होने के अलावा, यह पार्क अपने ऑर्किड-घर, पक्षीशाला और विशाल घास-मैदानों के लिए भी जाना जाता है। यह दोनों ओर विशाल देवदार के पेड़ों के साथ पटा पड़ा है और यहां खूब खुली जगह है, जहां बच्‍चे खूब मज़े से खेल सकते हैं।

उमियम झील