लिद्दर नदी द्वारा बनाई गई बेताब घाटी, हिमालय के बड़े ही अद्भुत और मनोरम दृश्यों वाली है। कालीन जैसी बिछी हरियाली के बीच से गुज़रती नदी और बर्फ से घिरे पहाड़ों को देखने से इस घाटी का नजारा बहुत ही अनोखा लगता है। यह देवदार के घने जंगलों और रंगीन फूलों से सजी घाटी है। यह घाटी ट्रैकर्स के लिए यह एक बेस कैम्प है और पहाड़ों की ट्रैकिंग की शुरुआत के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। बेताब घाटी तब लोकप्रिय हुई, जब यहां सन् 1983 में सनी देओल और अमृता सिंह की फिल्म 'बेताब' की शूटिंग हुई। इसके बाद इस हिट फिल्म के नाम पर इस घाटी का नाम रखा गया। यह घाटी प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा का एक पड़ाव है। यह पहलगाम की तीन खूबसूरत घाटियों में से एक है, बाकी दो घाटियां हैं-चंदनवाड़ी और अरु। यह चंदनवाड़ी रोड के किनारे लगभग आधे रास्ते पर है। पहले इस घाटी को हगन घाटी या हागून के नाम से जाना जाता था।   

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