वर्धा और वैनगंगा नदियों के संगम पर स्थित चपराला वन्यजीव अभयारण्य महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में स्थित है।  चपराला वन्यजीव अभयारण्य, जंगली जानवरों और पक्षियों अकूत खजाना है। बाघों, तेंदुओं, सुस्त भालू और जंगली कुत्तों जैसे जीवों की लगभग 131 प्रजातियाँ यहां देखने को मिल सकती हैं। इसके अलावा भारतीय अजगर और आम भारतीय मॉनिटर जैसी लुप्तप्राय प्रजातियाँ यहां मिलतीं हैं। जंगली सूअर, चित्तीदार हिरण, सांभर, भौंकने वाले हिरण, नीले बैल, जंगली बिल्ली, सियार, मोर, जंगल के पक्षी और उड़ने वाली गिलहरी भी इस अभयारण्य का मुख्य आकर्षण है। चपराला वन्यजीव अभयारण्य में घास के मैदानों के साथ-साथ एक घना वन भी है। इस अभयारण्य की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय फरवरी और मई के महीनों के बीच का समय है। अभयारण्य के आसपास के अन्य दर्शनीय स्थल चपराला बांध, चपराला मंदिर और मारकंडा मंदिर और प्रशांत धाम हैं।

अन्य आकर्षण