भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल रेजिमेंट को समर्पित यह युद्ध स्मारक, लैंसडाउन के मुख्य आकर्षणों में से एक है। इसकी स्थापना 11 नवंबर, 1923 को ट्रेंट के लॉर्ड ऱॉलिंसन (उस समय भारत के वायुसेनाध्यक्ष) द्वारा की गई थी। यह लैंसडाउन में परेड ग्राउंड में स्थित है और गढ़वाल रेजिमेंट के वीरतापूर्ण कारनामों के प्रतीक के रूप में स्थापित किया गया था। युद्ध स्मारक और परेड ग्राउंड दोनों ही जनता के लिए बंद हैं। जिस दिन नए सैनिकों की भर्तियों का शपथ-ग्रहण समारोह होता है, उस दिन यह मैदान बहुत ही देशभक्तिपूर्ण नजारा प्रस्तुत करता है।

मेमोरियल के पास ही रेजिमेंट का दरबान सिंह संग्रहालय है, वह भी दर्शनीय स्थल है। यह भारत के स्वतंत्रता-पूर्व इतिहास की जानकारी का खजाना है। भारतीय सेना के इतिहास में रुचि रखने वाले पर्यटकों को विशेष रूप से यह जगह लुभाती है। 

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