हिन्दी के प्रसिद्ध कवि मैथिलीशरण गुप्त की जन्मस्थली के रूप में प्रसिद्ध चिरवांग, झांसी से करीब 30 किमी की दूरी पर बेतवा नदी के किनारे स्थित है। वैसे तो यहां का प्रमुख आकर्षण कवि मैथिलीशरण गुप्त की समाधि है, लेकिन यहां दो अन्य प्रसिद्ध साहित्यकार सियारामशरण गुप्त जो कि मैथिलीशरण गुप्त के छोटे भाई एवं उर्दू कवि मुंशी अजमेरी का घर भी है। इस घर की खास बात यह है कि इसके एक हिस्से में मंदिर और दूसरे में मस्जिद बनी हुई है, जो आपसी भाईचारे और हिन्दु-मुस्लिम सौहार्द का प्रतीक है। इस शहर में एक किला है तथा शहर के केन्द्र में तीन दरवाजे बने हुए हैं। इसके अलावा कलेक्टर गंज में भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर भी है, जिसे शिव साईं मंदिर कहा जाता है। कई तालाबों वाला चिरगांव सैलानियों को अपनी सादगी के लिए खूब लुभाता है। 

अन्य आकर्षण