यहाँ के स्थानीय बाजार धार्मिक स्मारकों से भरे हुए हैं। मंदिरों के आसपास स्थित अधिकांश दुकानें धार्मिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से बनी लकड़ी की वस्तुओं और अन्य उत्पादों का प्रदर्शन करती हैं। विभिन्न घाटों के पास देवताओं की मूर्तियों, छोटे प्लास्टिक के खिलौनों, पूजा की वस्तुओं, मिठाई व दिलकश वस्तुओं के साथ चूड़ियाँ, टोकरियाँ, देवताओं को अर्पित की जाने वाली और बहुत सी अन्य वस्तुओं को बेचने वाले स्टॉल लगे हुए हैं। चित्रकूट की एक खासियत सुंदर लकडी से बने लकड़ी के सामान हैं जो कुशलतापूर्वक बनाए गए हैं। भव्य सजावट की वस्तुओं से लेकर फर्नीचर तक, चित्रकूट के समृद्ध बाजारों में आप सभी वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं। यह शहर लकड़ी के हस्तशिल्प सामान के लिए भी जाना जाता है, जो कि शीशम, दूधी और साल की नक्काशी से बनाया जाता है। कुछ लोकप्रिय चीजें जिन्हें आप यहाँ खरीद सकते हैं, वह छोटे मंदिर, देवता, खिलौने, गुड़िया और हाथी हैं, साथ ही शादियों के लिए नक्काशीदार स्टूल, देवताओं के लिए पंखे और छोटे बर्तन इत्यादि। अन्य सामानों में देवताओं के नक्काशीदार फलक शामिल हैं, जो एक मीटर लम्बी छड़ी में लगे होते हैं। इन फलकों को "काँवड़" के नाम से जाना जाता है, और उन्हें भक्तों द्वारा भगवान मुरुगन या कार्तिकेय को उनकी मन्नत पूरी करने के लिए समर्पित करने ले जाया जाता है। चित्रकूट में घरेलू सामान जैसे मूसल, सब्ज़ी काटने के यंत्र इत्यादि भी काफी लोकप्रिय हैं।

अन्य आकर्षण